Acidity in hindi
Acidity in hindi – बहुत सारे लोगों को हाइपर एसिडिटी की तकलीफ होती है। उनका पित्त बहुत ही ज्यादा बढ़ता है। एसिडिटी मतलब अम्लपित्त। कई लोगों को तो अपने आप ही उल्टी हो जाती है। कुछ लोग तो रोज सुबह मुंह में उंगली डालकर उल्टी करते हैं। तभी उनका दिन अच्छा जाता है।
यह आर्टिकल आपकी एसिडिटी जड़ से खत्म कर देगा । इसमें मैं आपको एसिडिटी का आयुर्वेदिक उपचार बताऊंगा। एसिडिटी के मॉडर्न एलोपैथिक औषधि भी बताऊंगा और कुछ उपाय बताऊंगा एसिडिटी कम करने के। साथ में एसिडिटी का तुरंत इलाज भी। acidity in hindi । read this post in English
एसिडिटी के लक्षण । acidity ke lakshan ।
छाती में दुखना, पेट के ऊपरी भाग में जलन होना, बार बार उल्टी आना, उल्टी आने जैसा महसूस होना। बहुत दिनों का सिर दर्द, अंग खुजाना, मुंह में बार बार पानी आना, यह अम्ल पित्त बढ़ने के लक्षण है।
एसिडिटी का आयुर्वेदिक उपचार
लघु सुतशेखर – इसके टेबलेट आती है। दो टेबलेट आपको दिन में तीन बार हनी, शहद में घोलकर खानी है। खाली पेट।
कामदुधा रस – इसके भी टेबलेट आती हैं। दो टेबलेट दिन में तीन बार पानी के साथ। वह भी खाली पेट।
शंख भस्म- इस की पाउडर आती है। आधा छोटा चम्मच से एक छोटा चम्मच शंख भस्म, नींबू के रस में घोलकर दिन में दो बार चाट लेना है।
शतावरी कल्प – दो चम्मच शतावरी कल्प, एक गिलास दूध में अच्छी तरह से मिलाकर रोज सुबह एक टाइम पीना है।
ऊपर की जो मैंने चार आयुर्वेदिक औषधियां बताई है, उनमें से कौन सी भी आप दो औषधिया एक साथ ले सकते हैं। चारों औषधियां एक साथ मत लीजिए।
त्रिफला चूर्ण इसकी पाउडर आती है। वह आधा छोटा चम्मच से एक छोटा चम्मच त्रिफला चूर्ण एक गिलास गर्म पानी में अच्छी तरह से घोल कर रात को पीनी है। सोते समय इससे पेट साफ हो जाएगा। और बढ़ा हुआ अम्लपित्त टॉयलेट के मार्ग से चला जाएगा।
एसिडिटी से इंस्टेंट रिलीफ मिलने के लिए आपको दो से तीन आंवला कैंडी मुंह में रखकर चबानी है। इससे झट से एसिडिटी खत्म हो जाएगी।
एसिडिटी की एलोपैथिक ट्रीटमेंट
कैप्सूल pan डीएसआर- एक गोली रोज सुबह एक टाइम खाने से पहले। टेबलेट रेनटेक 150 – यह गोली सुबह और शाम दोनो टाइम खाने से पहले लेने की हैं।लिक्विड जेलूसेल एमपीएस gelusil MPs- दो चम्मच जेलुसिल एमपीएस लिक्विड खाने से पहले सुबह शाम लेना है।
जब आपको झट से एसिडिटी से रिलीफ चाहिए तभी एलोपैथिक औषधि बहुत ही उपयोगी है। इसका 5 दिन का टोटल पूरा कोर्स कर ले।
आयुर्वेदिक औषधि का 3 महीने का अगर आप लगातार कोर्स करेंगे तो आपकी एसिडिटी पूरी तरह से और जड़ से खत्म हो जाएगी। लेकिन आपको एसिडिटी की तकलीफ दोबारा से ना हो इसके लिए आपको पथ पालना बहुत ही जरूरी है।
एसिडिटी में क्या खाना चाहिए
एसआईटी के पेशेंट को पथ पालना बहुत ही जरूरी है। आपको बहुत ही तीखा खाना, स्पाइसी खाना, तला हुआ खाना, मसालेदार खाना टोटल बंद कर देना चाहिए। हमेशा के लिए तंबाकू, चाय , दारू पूरी तरह से बंद करना चाहिए।
जल्दी सोना अच्छी आदत है। रात को देर तक जागने से एसिडिटी बढ़ती है। टेंशन मत लीजिए टेंशन कम करने के लिए योगा और मेडिटेशन कीजिए।
एलोपैथी की कौन सी भी गोली लेने से पहले, एक एसिडिटी की गोली हमेशा लीया करें। अगर आप कौन सी भी पेन किलर गोली ले रहे हैं। जैसे की डाइक्लो प्लस, क्रोसीन, aceclo plus इन गोलियों से एसिडिटी बढ़ती है। यह गोली लेना बंद करें। जब बहुत ही ज्यादा दुख रहा हो तभी ले।
गेहूं , गेहूं की रोटी, आटा , मैदा इन से बने हुए पदार्थ खाना बंद करें । तुवर की दाल बिल्कुल ही मत खाएं । और जो दूसरी दाल होती है मूंग दाल , उड़द दाल वह भी कम मात्रा में ही खाएं। इन सब उपायों से आप एसिडिटी से हमेशा के लिए छुटकारा पा सकते हैं।
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