Acupuncture in hindi

Acupuncture in hindi

Acupuncture in hindi – आप एक्यूपंचर के बारे में क्या जानते है ? कई लोगो को ॲक्युपंचर के बारे मे पता भी नही है । और जीन को पता है वह बोलेंगे की यह एक चायनीज उपचार पद्धती है जिस्मे सुई चुभोई जाती है ।

भारत मे ॲक्युपंचर बहुत ही कम इस्तेमाल की जाने वाली उपचार पद्धती है। यह बहुत महत्वपूर्ण उपचार पद्धती हे और इसे ज्यादा से ज्यादा इस्तेमाल किया जाना चाहिए ।आज हम ॲक्युपंचर की पूरी एबीसीडी जानेंगे ।

ॲक्युपंचर थेरेपी का उगम चायना मे हुआ और यह धीरे धीरे पूरे विश्व मे फेल रही है । यह चायना मे 2000 सालो से प्रचलित है । ॲक्युपंक्चर का सबसे ज्यादा फायदा पेन रिलीफ मे होता है।

acupunture benefits in hindi । एक्यूपंक्चर के फायदे ।

कमर दर्द , पीठ दर्द , कंधा दर्द करना , मांस पेशी मे खीचाव , पैरो मे मोच आना इसमे एक्यूपंचर 100 % वर्क करती है। Read more – appendix in hindi.

और नींद न आना , Migraine, Depression , नपुसकत्व , सायटिका , ऍसिडिटी , वजन बढना , बीपी बढना , paralysis , Addiction छुडाना इस्मे भी यह कारगर है । इससे दारू तंबाखू और सिगारेट की लत छुटती है ।

एक्यूपंक्चर क्या है । Acupuncture in hindi ।

चायनीज मेडिसिन की माने तो शरीर मे Qi & T_ chi नाम का vital life force होत आहे । जैसे हम बोलते है कि शरीर मे प्रान होना चाहिये । वैसे ही Qi और T_ chi इंसान को जिंदा रखने का काम करती है ।

यह पूरे शरीर मे चैनल के जैसे बहते रहते है । अगर इंनकी कमी हो जाये तो इन्सान बिमार पडता है ।

Accupanctur क्या करता है कि जो Meridian हे, जो चैनल्स है , उनके पॉइंट्स निकाल लेता है । उन पर अगर एक्यूपंक्चर किया जाये तो Qi & T _ chi का बॅलेन्स नॉर्मल हो जाता है और बिमारी ठीक हो जाती है ।

अब हम देखेंगे कि ॲक्युपंक्चर निडल्स कितने प्रकार के होते है ? 2000 साल पहले जब मेटल्स खोज नही निकाले गये थे तब pointed stone ( कंकड़ ) का ॲक्युपंक्चर के लिए इस्तेमाल किया जाता था ।

इसके बाद bines का हड्डीयों का , बांबू का इस्तेमाल किया जाने लगा । मेटल्स खोज निकाले गये तब लोह , तांबा , सोना और चांदी के निडल्स का इस्तेमाल किया जाने लगा ।

अब जो निडल्स इस्तेमाल किये जाते है वह स्टेनलेस स्टील की होती है । 0.5″ से लेकर 6″ तक की लेन्थ होती है । 26__36 gauge की थिकनेस होती है ।

जो सबसे ज्यादा यूज किये जाते है वह 1″ Leangth की और 30 gauge की होती है । Love cooking ? Paper dosa recipe in hindi.

निडल्स के दो पार्ट होते हैै। एक हॅण्डल और दुसरी बोडी । बॉडी हँडल से 20 गुना छोटी होती है । हर एक बिमारी के कुछ खास Needle insertion points होते है ।

एक्यूपंचर कैसे करते हैं । Acupuncture procedure in hindi ।

निडल्स डालते वक्त पेशंट को सुलाया जाता है । पॉईंट्स को बोडी पर मार्क किया जाता है । जहा स्किन बडी होती है वहा 90 degree पर और जिधर त्वचा छोटी होती है वाहा 45 degree पर नीडल डाली जाती है ।

जो ॲक्युपंक्चर का एक्सपर्ट होता है वह अगर नीडल डाले तो बिल्कुल भी नही दुखता । नीडलींग करने से पहले पुरा भाग निर्जंतुक किया जाता है । सभी नीडल डालने के बाद उन्हे stimulate किया जाता है।

stimulate करने के लिए निडल्स को हलकेसे ऊपर नीचे और clock wise & Anticlockwise direction मैं Rotate किया जाता है । धीरे धीरे किया जाता है । लगभग 20 या 30 बार एक मिनट मे किया जाता है ।

types of acupuncture in hindi ।

Stimulate के दो प्रकार हे 1- Manual stimulation इसमे डॉक्टर खुद के हातो से नीडल हीलाते है 2__ Electrostimulation _ यह एक electric Device से दिया जाता है।

उसमे stimulation की intensity Frequancy & wawe length सेट की जाती है । नीडल को छोटे वायर के जरिये इस मशीन से जोडा जाता है ।

1 बार मे 30 मिनट तक Electrosticmulation दी जाती है। पेशंट और बीमारी के अनुसार frequcancy & intensity कम और जादा की जाती है ।

अगर बिमारी नही हो तो एक महिने मे अच्छा रिझल्ट मिल जाता है। एक दिन मे 30 मिनट के 3 – 4 सेशन किया जाता है और ऐसा हप्ते मे एक दिन यानी महिने मे 4 दिन करना होता है ।

अगर बहुत पुरानी बिमारी हो तो एक दिन के चार सेशन , ऐसा आपको देढ या दो साल तक भी करना पड सकता है ।लेकिन इस के रिझल्ट बहुत ही अच्छे आते है ।

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