Alzheimer's disease in hindi

Alzheimer’s disease in hindi

Alzheimer’s disease in hindi –

Alzeimers disease__6 th leading cause Death ———- इसका मतलब जो मृत्यू के कारण है उसमे यह छटे नंबर पर है।

अब हम अल्झायमर डिसीज के कारण देखेंगे , उसके लक्षण कोणकोणसे है ? यह क्यों होता है इससे बचने के उपाय और आखिर मे ट्रीटमेंट ।

पहिले देखेंगे की अल्झायमर डिसीज आखिर है क्या ? यह एक मस्तिष्क की बिमारी है। इसमे धीरे धीरे मस्तिष्क का काम कम होने लगता है ।

इसमे ब्रेन सेल्स धीरे धीरे डेड होने लगती है। यांनी मस्तीष्क की पेशीयां मृत होणे लगती है । Night blindness in hindi

एक ब्रेन सेल का दुसरी ब्रेन सेल के साथ संपर्क टूट जाता है ‌। इससे नॉर्मल ब्रेन फंक्शन मे प्रॉब्लेम आती है। धीरे धीरे मस्तीष्को का आकारसी कुडता जाता है।

यह बिमारी Dr. Alois Alzeimer ने खोज निकाली है । इसलिये उसे अल्झायमर्स डिसीज कहते है । यह खोज सन 1906 मे हुई है ।

यह बिमारी जादा तर ओल्ड एज मे पायी जाती है। 65 के उपर के छे पर्सेंट लोग इसके शिकार होत जाते है।

40 की उम्र के बाद भी यह बिमारी पायी जाती है पर पेशंट की संख्या कम होती हैं।

Cause of Alzheimer’s disease in hindi

इसके प्रमुख कारणे मे आता है जेनेटिक । यह बिमारी अनुवंशिक रूप मे पायी जाती है । यह बिमारी दादाजी से पिताजी और पिताजी से पोते को होती है

इसके साथ ब्रेन एन्जॉयरी brain injury भी इसका बडा कारण है। अगर कोई व्यक्ति का एक्सीडेंट हुआ हो , उपर से गिरा हो और फिसल गया हो और सिर पर जोर की चोट लगी हो तो ऐसा हो सकता है।

Tention, stress, depression इसके साथ कोई मानसिक रोग भी इसका कारण है। very High B. P & Diabetes इस बिमारी को बडा बना देते हैं।

symptoms of Alzheimer’s disease in hindi

अब हम इसके लक्षण देखेंगे। मेमरी लॉस इस का सबसे बडा लक्षण है। इसमे याद्दास कमजोर हो जाती है ।

primary__ stage मे नजदीक की मेमरी लॉस होती है और नई कोई भी चीज सीखी नहीं जाती । उसमे दस पंधरा दिन से छे महिने तक की बाते भूल जाती है ।

लेकिन पुरानी बाते याद रहती है । पर जैसे जैसे महिने बीत जाते है वह सालों पुरानी यादे धुंदली हो जाती हे ।

उन्हे अपना घर भी याद नही रहता । वह अपनी रोज मर्या के काम भी खुद से नही कर पाते। वह शर्ट पॅन्ट पहनना, खाना बनाना तक भूल जाते है।

बाद में यह सब रोज की कामे करने के लिए आदमी को असिस्टंट के रूप में साथ मे लेना पडता है । Gobi matar masala.

एक ही चीज वह बार बार बोलते हे। फॅमिली मेंबर्स के नाम भी वह भूल जाते है और बोल भी नही पाते।

अगर किसी इन्सान को भूलने की बिमारी हो तो तुरंत ही फॅमिली डॉक्टर को दिखाना चाहिए। वो सिटीस्कॅन या फिर एम आर आय करके देखेंगे।

इसमे अगर प्रॉब्लेम हो और लक्षण भी वही बताते हो तो अल्झायमर्स डिसीज कन्फर्म हो जाता है ।

यह एक अंकुरेबल uncurable डिसीज है । इसका मतलब यह है की है बीमारी कभी ठीक नही हो सकती और इसे ठीक करने वाली दवाई भी अब तक खोज नही निकाली गई है।

जो दवाईया अवेलेबल है और जो पेशंट को दि जाती है वो सिर्फ टेम्पररी ही लक्षण को कम करती हे और बिमारी को बढने से भी नही रोक पाती ।

यह बिमारी होने के बाद पेशंट को सिर्फ अच्छा खान पान और एक्सरसाइज के उपर ध्यान देना पडेगा। टेन्शन बिलकुल भी नही लेने का ।

spiritual activities यांनी मंदिर जाना , भजन सुनना यह जादा करना पडेगा । इससे बहुत आराम मिलता है और बिमारी बहुत धीरे से बढती है।

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