How to remove pimples in hindi
How to remove pimples in hindi – आज हम पिंपल्स के बारे में बात करेंगे । उसे साइंटिफिक भाषा में acne बोलते हैं । हिंदी में इसे कील मुंहासे इस नाम से जाना जाता है । लगभग सभी लड़का लड़कियों में कील मुहांसों की समस्या पाई जाती है । कुछ लड़का लड़कियों में कम होते हैं तो कुछ-कुछ में यह ज्यादा पाए जाते हैं । लेकिन कभी ना कभी तो यह हो ही जाते हैं।
तो आज हम पिंपल एक्ने , कील मुहांसों के बारे में पूरी जानकारी दूंगा । पिंपल कब कब आते हैं ? उसके कारण कौन-कौन से हैं ? वह शरीर पर कहां कहां आते हैं ? कील मुहांसों के एलोपैथिक उपचार और उसके आयुर्वेदिक उपचार भी मैं बताऊंगा ।
साथी साथ कील मुहांसों से आने के बाद आपको क्या क्या प्रिकॉशन यानी खबरदारी लेनी चाहिए। how to remove pimples in hindi । पिंपल्स ट्रीटमेंट । read this post in English ।
what is pimple in hindi
पिंपल्स यह छोटे-छोटे फोड़े होते हैं । वह खासकर चेहरे पर ही ज्यादा आते हैं। लेकिन छाती, मान , कंधा, पीठ इन जगहों पर भी आ सकते हैं।
पिंपल्स के कारण
कील मुंहासे एक प्रकार का हेयर फॉलिकल का इंफेक्शन है । कुछ लोगों की त्वचा ऑयल ज्यादा सीक्रेट करती है , यानी त्वचा तेल ज्यादा छोड़ती है । त्वचा के ऊपर तेल की परत बन जाती है और dirt , पोलूशन और धूल मिट्टी की वजह से हेयर फॉलिकल्स ब्लॉक हो जाते हैं । हेयर फॉलिकल यानी बालों का रूट ।
बालों के रूट पूरी तरह से बंद हो जाने के बाद उधर इंफेक्शन पनपने लगता है। और छोटा सा फोड़ा आता है और उसकी संख्या बढ़ती है । वह बहुत ही दुखता है , वह लाल हो जाता है उधर सूजन भी आती है । उसमें पर्स यानी पीला मवाद भी जमा हो जाता है ; उसे पिंपल्स बोलते हैं ।
पिंपल्स ज्यादातर टीनएजर्स और यंग एडल्ट्स में पाए जाते हैं । यानी 13 साल से 20 साल तक इसके आने की संभावना बहुत ही ज्यादा होती है । 20 साल से 35 साल तक भी यह आते हैं लेकिन उसकी मात्रा कम होती है।
किशोरावस्था में शरीर में hormonal imbalance बैलेंस हो जाता है। सेक्स हारमोंस में होने वाले उतार चढ़ाव, पिंपल्स का कारण है । कुछ लोगों की स्किन ऑयली होती है , चेहरे पर ज्यादा डर्ट जमा होना भी इसके कारण है । घर का टेंशन , ऑफिस का टेंशन , काम का टेंशन इन सभी टेंशन से कील मुंहासे बढ़ते हैं।
पिंपल्स ट्रीटमेंट । how to remove pimples in hindi ।
Cream persol ac gel , परसोल एसी जेल । कंटेंट है benzoyl peroxide बेंज़ोयल पेरोक्साइड । यह क्रीम 2.5% में आति है । क्रीम रोज सुबह पिंपल्स के ऊपर और उसके आजूबाजू के पूरे एरिया पर लगाने हैं । उस क्रीम को आधा घंटा तक वैसे ही रहने दें और आधे घंटे के बाद धो डालें।
एक्नेस्टार क्रीम acnestar cream , कंटेंट है क्लिंडा माय सन clindamycin and niacin । यह क्रीम आपको रात को सोते समय पिंपल्स और आजू-बाजू केरिया पर लगानी है। रात भर उसे वहीं पर रहने दे और सुबह उठने के बाद उसे धो दीजिए। दोनों भी क्रीम आपको एक साथ यानी सुबह और शाम को लगानी है । इसका आपको 2 महीने का कोर्स करना है ।
कैप्सूल डॉक्सी 100 – कंटेंट है डॉक्सीसाइक्लिन 100mg कैप्सूल आती है । यह कैप्सूल रोज सुबह खाने के बाद एक टाइम लेनी है । ऐसा आपको लगातार एक महीने तक करना है । उससे पहले आपको एसिडिटी की गोली लेनी होगी।
एलोपैथिक की कोई भी औषधि आपको आपके फैमिली डॉक्टर को दिखाकर ही लेनी है । उसके prescription पर ही लेनी है । खुद से ही जाकर मेडिकल में से औषधि ना लें । आयुर्वेदिक औषधियों का कोई भी साइड इफेक्ट नहीं होता । इसीलिए जो मैं आगे आयुर्वेदिक औषधियां बताऊंगा वह आप बेझिझक ले सकते हैं और उसका कोर्स कंप्लीट कीजिए।
ayurvedic treatment for acne in hindi
नीम की 5 से 10 पंक्तियां लीजिए , उसे पीसकर उसका पेस्ट बनाइए । उसमें एक चम्मच रोज वॉटर यानी गुलाब पानी में मिलाइए । इस मिश्रण को pimple के ऊपर रखिए लगाइए और उसे आधा घंटे तक रखें और बाद में उसे धो दीजिए।
आंवला जूस – आंवला जूस का क्रश बाजार में मिलता है उसे लेकर आइए । एक गिलास पानी लीजिए उसमें एक दो ढक्कन आंवला क्रश मिलाइए और एक चम्मच शक्कर मिलाइए। उसे अच्छी तरह से घोलकर रोज सुबह पी लीजिए।
कुटकी गुडुची और शतावरी समान मात्रा में लीजिए उसे पीसकर उसकी अच्छी तरह से पाउडर बनाएं । उसे एक गिलास के बोतल में अच्छी तरह से store करें । इस औषधि का आधा चम्मच आपको एक गिलास पानी में मिलाकर रोज पीना है । ऊपर के तीनों ही आयुर्वेदिक औषधियां आप एक साथ कर सकते हैं । उससे झट से आपके पिंपल्स ठीक हो जाएंगे।
Precautions in acne
चेहरा आपको हर डेढ़ से 2 घंटे में आपको धोना ही है । चेहरा धोने के लिए आप ठंडे पानी का इस्तेमाल करें । चेहरे को साबुन अलग रखीये। दूसरा साबुन बिल्कुल ही मत लगाएं । या तो आप मेडिमिक्स साबुन यूज करें , या फिर डव साबुन यूज करें । इसके अलावा आप कोई सा भी हर्बल फेस वॉश भी इस्तेमाल कर सकते हैं ।
अपने साथ हमेशा दो रुमाल रखें , एक रुमाल से आप सिर्फ और सिर्फ चेहरा ही पोछिए और दूसरा रुमाल पसीना पोछने के लिए रखें । पसीना पोछने के रुमाल से चेहरा बिल्कुल ही मत पोछिए, इससे एक्ने फैलने का खतरा रहता है।
पिंपल्स को बार-बार हाथ मत लगाना । यह इनफेक्शियस होता है । आप उसके बाद जिधर जिधर भी हाथ लगाएंगे उधर यह होने की संभावना होती है। और वह फैल जाता है । कील मुहांसों में होने वाला पस pus फोडिये मत निकालिए मत । पिंपल्स फोड़ने से उधर काले दाग धब्बे बन जाते हैं और वह बहुत दिनों तक रहते हैं ।
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