Blood donation benefits in hindi

Blood donation benefits in hindi

Blood donation benefits in hindi

Blood donation benefits in hindi- रक्तदान के फायदे- आप यह जानते ही होंगे कि रक्तदान करना बहुत ही पुण्य का काम है।  रक्तदान श्रेष्ठदान।  रक्तदान ही जीवन दान।  यह स्लोगन तो आपने सुना ही होगा। आप का दिया हुआ एक बोतल खून  4 लोगों की जान बचाता है।  ये आपको पता ही  होगा।


लेकिन क्या आपको पता है की ब्लड डोनेशन अगर आप रेगुलर तौर पर करें, तो आपके शरीर को भी बहुत ही फायदेमंद है। तो यह आर्टिकल में , मैं आपको यही बताऊंगा कि रेगुलर रक्तदान करने से आपको क्या-क्या फायदे हो सकते हैं। read this post in English

रक्तदान के फायदे 

रक्तदान आप सिर्फ 6 महीने में एक ही बार कर सकते हैं। उसे ज्यादा बार आप रक्तदान नहीं कर सकते । आपका वजन कम से कम 50 किलो या फिर उससे ज्यादा होना चाहिए। उससे कम नहीं होना चाहिए। 
आपको कौन सी भी खतरनाक बीमारी नहीं होनी चाहिए। जैसे कि hiv aids।  अगर आप हाल ही में किसी बड़ी बीमारी का शिकार हुए हैं। जैसे कि टाइफाइड मलेरिया या फिर कौन सा भी बड़ा ऑपरेशन। तो आप रक्तदान नहीं कर सकते। 


अगर आपको ब्लीडिंग डिसऑर्डर है। आपका रक्त नहीं जमता , तभी आप रक्तदान नहीं कर सकते।  अगर आप अभी बीमार हो, चाहे बुखार हो, या फिर सर्दी खासी तब भी रक्तदान नहीं कर सकते।

Blood donation benefits in hindi 

किसी भी व्यक्ति की जान बचाना पुण्य का काम है। ब्लड डोनेशन आपको पुण्य कमाने का मौका मौका देता है। यह सबसे बड़ा फायदा है। 


Prevent heamochromatosis –   शरीर में iron आयरन का प्रोडक्शन हमेशा शुरू रहता है। अगर शरीर की आयरन की जरूरत खत्म हो गई तो तैयार हुआ आयरन ह्रदय, लिवर पेनक्रियाज में स्टोर किया जाता है।  और इस बढ़े हुए आयरन से इन बहुत ही महत्वपूर्ण अवयवों  को खतरा पैदा हो सकता है।  नियमित रक्तदान करने वालों में इसका खतरा नहीं होता। बड़ी हुई आयरन लेवल शरीर के लिए हानिकारक है।


इससे कैंसर का खतरा कम हो जाता है। एक इंटरनेशनल स्टडी में यह पाया गया है कि नियमित रक्तदान करने वालों में कैंसर का खतरा कम होता है। depression in hindi ।


अमेरिकन जर्नल ऑफ epidemiology के अनुसार नियमित रक्तदान करने वालों में 88% तक हर्ट अटैक का खतरा कम हो जाता है। नियमित रक्तदान करने से ब्लड का आयरन और कोलेस्ट्रॉल लेवल कम हो जाता है। और ब्लड डोनेशन के बाद जो शरीर में नया रक्त बनता है वह पतला होता है गाढ़ा नहीं होता।  इससे  हर्ट अटैक का खतरा कम हो जाता है।


Weight loss- जिनका वजन ज्यादा हो उनके लिए तो यह बहुत ही महत्वपूर्ण है।  क्योंकि वेट बढ़ने से ह्रदय विकार और दूसरी कई सारे बीमारियों का खतरा बढ़ता है।  नियमित रक्तदान से वजन कम करने में मदद होती है।


रेगुलर ब्लड डोनेशन से रक्त बनने की शरीर की क्षमता बरकरार रहती है। अगर किसी कारण से शरीर का ब्लड अचानक से कम हो जाए, तो जल्दी ब्लड तैयार करने के लिए एक क्षमता जरूरी है। जैसे कि एक्सीडेंट हीमोफीलिया इसमें ब्लड लॉस होता है। तो इन कंडीशन में जल्दी ब्लड तैयार करना महत्वपूर्ण होता है।


ब्लड डोनेशन से लिवर सिरोसिस , फैटी लिवर ,pancreatitis इन का खतरा कम होता है। 
ब्लड डोनेशन करते वक्त आपका पूरा हेल्थ चेकअप किया जाता है वह भी फ्री में। जैसे की ब्लड ग्रुप, बी पी , पल्स रेट , हार्ट रेट,  एचआईवी, यह सब फ्री में होता है।


हर 6 महीने में आपको ब्लड डोनेशन करना ही है। तभी आपका शरीर फिट रहेगा और आप तंदुरुस्त रहेंगे।  stay fit stay healthy. 

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