Gehun khane ke nuksaan

Gehun khane ke nuksaan

Gehun khane ke nuksaan – आप में से कई लोग गेहूं की रोटी खाते हैं। बहुत सारे लोगों ने तो बाजरा और ज्वार की रोटी खाना बंद ही कर दिया है । वह लोग सुबह और शाम दोनो टाइम गेंहू की ही रोटी खाते हैं। वह बोलते हैं कि गेहूं की रोटी हमें बहुत ही पसंद है।

माना कि गेहूं की रोटी सेहत के लिए अच्छी होती है। लेकिन क्या आपको पता है कि गेहूं की रोटी रोज खाना आपके लिए हानिकारक भी हो सकता है । कुछ लोगों के लिए यह तो बहुत ही खतरनाक होता है । तो अब हम देखेंगे कि गेहूं की रोटी खाने से होने वाले नुकसान और होने वाली बीमारियां। gehun khane ke nuksaan and side effects of wheat flour in hindi । मैदा खाने के नुकसान।

वैसे तो गेहूं विश्व में सबसे ज्यादा खाने वाला अनाज है। यह सभी को पता ही है। लेकिन उसमें ऐसा एक घटक पाया जाता है जिसकी वजह से वह नुकसान कारक हो सकता है। उस घटक का नाम ही ग्लूटेन gluten । जो गेहूं के नुकसान होते हैं वह सिर्फ gluten की वजह से ही पाए जाते हैं.।

Gehun khane ke nuksaan । side effects of wheat flour in hindi ।

गेहूं खाने से सबसे ज्यादा नुकसान पेट को होता है। इसी वजह से एसिडिटी बढ़ना, पित्ता होना, पेट में जलन होना , उल्टी आने जैसा महसूस होना, ऐसा होता है । कुछ लोगों को गैस की समस्या होती है । उनका पेट हमेशा ही फुला रहता है । खट्टी डकार आना, bloating, गैस की वजह से पेट में दुख ना, पीठ में दुखना यह समस्या पाई जाती है।

Celiac disease- गेहूं की वजह से सिलिएक डिसीज होता है । इस डिसिज में ग्लूटेन की एलर्जी हो जाती हैं। इसकी वजह से आते , gut गट उसके अंदर की जो सेल्स की लाइनिंग है वह खराब हो जाती हैं। intestine ,गट के अंदर की कोशिकाएं , cells and cilia नष्ट हो जाती है। इसी वजह से खाने का शोषण करने में प्रॉब्लम आती है। absorption में कठिणाई आ जाती है।

celiac disease symptoms in hindi । gluten side effects in hindi ।

अब हम सिलियक डिजीज के लक्षण देखेंगे। पहला लक्षण है अचपन। कोई भी चीज खाए तो भी पाचन नहीं होता। पाचन तंत्र कमजोर हो जाता है। सुबह का खाना रात तक भी नहीं पचता । पेट फुला रहता है रात को भी भूख नहीं लगती । टॉयलेट को पतला होता है। बहुत ज्यादा पतला नहीं लेकिन हल्का सा। और खाने के बाद तुरंत ही टॉयलेट को जाना पड़ता है।

Celiac disease- की वजह से आते कमजोर हो जाती है । और वह विटामिंस और न्यूट्रेंस का शोषण नहीं कर पाते । इसी वजह से शरीर में नुट्रिशन की कमी हो जाती है । malnutrition मालनूट्रिशन हो जाता है।

अंत में अचानक से ही वजन कम हो जाता है। आप वजन कम करने का प्रयास भी नहीं करते ,आप बहुत दिनों तक बहुत ही ज्यादा बीमार भी नहीं होते , लेकिन अचानक से वजन कम हो जाता है । दूसरा जो व्यक्ति वजन कम हो और उसे बढ़ाने की कोशिश भी करता है। पर मालनूट्रिशन की वजह से वजन बढ़ नहीं पाता।

एनीमिया anemia – गेहूं की रोटी खाने वालों में आयरन iron deficiency होना कॉमन है । आते आयरन का शोषण भी नहीं कर पाती। उसी वजह से आयरन की कमी हो जाती हैं। आयरन HB के प्रोडक्शन में , एच् बी के निर्माण करने में महत्वपूर्ण है। और HB कम होने से आयरन डिफिशिएंसी एनीमिया हो जाता है। Iron deficiency anemia हो जाता है ।

एलर्जी – कुछ लोगों में एलर्जी की समस्याएं पाए जाते हैं। एलर्जीक सर्दी खासी , एलर्जीक राइनाइटिस , अस्थमा , psoriasis, रूमेटाइड अर्थराइटिस, एलर्जी स्किन डिसीज हो जाता है । अचानक से पूरे शरीर पर खुजाने लगता है । पूरे शरीर पर रेड रैश आ जाती है। यह बार-बार अगर हो, तो आपको गेंहू से हो रहा है इसका विचार करना पड़ेगा।

डायबिटीज – गेंहू इंसुलिन का secretion कम कर देता है । इसी वजह से बहुत सालों तक हर रोज गेहूं खाने वालों में डायबिटीज होने का खतरा बहुत ही ज्यादा बढ़ता है।

लेकिन मैं एक बात स्पष्ट करना चाहता हूं कि, गेहूं के जो मैंने प्रॉब्लम बताए हैं वह सिर्फ और सिर्फ 15 से 20 परसेंट लोगों को ही होते हैं। 80 परसेंट लोगों को गेहूं खाने से कोई भी समस्या नहीं होती। अगर ऊपर के कोई भी लक्षण अगर आप में दिखाई नहीं दे रहे हो, तो आप बेझिझक गेहूं खा सकते हैं। और हर रोज खा सकते हैं। कोई प्रॉब्लम नहीं होती।

लेकिन जिनमें ऊपर के लक्षण दिखाई दे रहे हो, तो आपको गेहूं की रोटी खाना पूरी तरह से और हमेशा के लिए बंद करना होगा। गेंहू के साथ-साथ मैदा और उससे बनने वाले पुरे पदार्थ भी आपको हमेशा के लिए बंद करने होंगे । जैसे कि बिस्किट ,पिज़्ज़ा, बर्गर , toast, खारी इत्यादि । ऐसा करने से आपके ऊपर की सभी समस्याएं हमेशा के लिए खत्म हो जाएगी।

Gehun khane ke nuksaan explained in hindi । stay fit stay healthy । swine flu ke lakshan

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *