Shatavari ke fayde
Shatavari ke fayde- इससे पहले मैंने अश्वगंधा के ऊपर एक वीडियो बनाई थी। तब कुछ लोगों ने मुझे कमेंट किया था कि शतावरी के ऊपर आप आर्टिकल लिखो। जैसे पुरुषों की सभी समस्याओं का समाधान अश्वगंधा है। वैसे ही स्त्रियों की सभी समस्याओं का समाधान शतावरी चूर्ण है।
शतावर एक बहूत ही उपयोगी वनस्पति है। जैसे अश्वगंधा पुरुषों में पुरुषत्व बढ़ाने का काम करती है, वैसे ही शतावरी स्त्रियों में स्त्रीत्व बढ़ाने का काम करती है। पुरुषों में भी इसके सेवन से कई फायदे पाए जाते हैं। तो अब हम इसके शतावरी के अद्भुत फायदे देखेंगे। शतावरी स्त्रियों के लिए अमृत समान है। किसी भी उम्र की स्त्री शतावरी का सेवन कर, उस उम्र में स्त्री को होने वाले समस्याओं से छुटकारा पा सकती है।
Shatavari ke fayde
शतावरी चूर्ण से सेक्स हार्मोन का लेवल संतुलित रहता है। सेक्स हार्मोन मत मतलब एस्ट्रोजन एंड प्रोगैस्टरॉन estrogens and progesteron। इन हारमोंस की कमी की वजह से जीी नस्त्रियों में संतति सुख प्राप्त नहीं हो सकता, जिनको बच्चे नहीं हो रहे हैं उनको शतावरी का नियमित सेवन लाभ कारक है।
जिनको पीरियड की समस्या हो, पीरियड के वक्त ज्यादा ब्लीडिंग होती हो। या फिर पीरियड के दौरान पेट में दुखता हो। या फिर पीरियड अनियमित हो। उनमें शतावरी का सेवन लाभदायक है।
pcod पीसीओडी यानी पॉलीसिस्टिक ओवरी डिजीज। इस बीमारी में प् अंडा तैयार नहीं होता। इसी वजह से कई स्त्रियों में गर्भधारणा नहीं कर पाती। तो शतावरी से अंडे नियमित रूप से तैयार होते हैं।
शतावरी चूर्ण का सबसे महत्वपूर्ण उपयोग है, स्तनदा माताओं को। बहुत सारे लोगों को यह उपयोग पता भी होगा। कुछ माताओं में दूध ज्यादा नहीं आ पाता है। इसी वजह से उनके बच्चे का पेट नहीं भरता। शतावर से भरपूर मात्रा में दूध पैदा होता है और बच्चे का भी पेट भरता है।
शतावरी चूर्ण के फायदे
यह डायबिटीज पेशेंट में भी असरदार है। इससे प्रेम के प्रयास में इंसुलिन का स्तर बढ़ता है। इंसुलिन की वजह से शुगर लेवल कम होने में मदद होती है।
शतावर को आयुर्वेद में रसायन कहा गया है। रसायन का मतलब है इसके नियमित सेवन से इंसान निरोगी और लंबी आयु जी सकता है।
शतावरी से asthma कम होता है। अस्थमा के पेशेंट में दिन-ब-दिन स्नायु कमजोर हो जाते हैं। सांस लेने में भी ताकत नहीं रहती। शतावरी से मसल्स स्ट्रैंथ और मसल मास बढ़ती है। छाती के मसल में ताकत आ जाने से अस्थमा यानी दमा कम हो जाता है।
इससे पेट की जुड़ी समस्याएं कम हो जाती है। खासकर हाइपरएसिडिटी , acidity होना, उल्टी होना, यह जड़ से खत्म हो जाता है। गैस और अपचन भी ठीक हो जाता है।
यह इम्यूनिटी बढ़ाने का काम करता है। इस से एलर्जी से जुड़ी समस्याएं कम हो जाती है। जैसे की एलर्जी सर्दी खांसी, एलर्जी अस्थमा , इचिंग , eczema एग्जिमा। एलर्जी स्किन डिसीसिस कम हो जाते हैं।
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शतावरी डोसेज
एक चम्मच गिलास में दूध लीजिए, उसमें एक चम्मच सतावर पाउडर, या फिर शतावर कल्प मिलाइए। अच्छी तरह से इसका सेवन आपको रोज सुबह करना है।इसका कोर्स आप को कम से कम 3 महीने और ज्यादा से ज्यादा 6 महीने तक आप कर सकते हैं। यह आप रोज लिए तो भी चलेगा लेकिन आपको मात्रा आधी करनी होगी।
Shatavari kalp benifits